कैथल- कैथल सहकारी चीनी मिल के 33वें पेराई सत्र का शुभारंभ हवन से हुआ। उपायुक्त प्रशांत पंवार ने हवन में आहुतियां डालकर सत्र की शुरुआत की। नए पेराई सत्र 2023-24 के दौरान मिल ने 27 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का लक्ष्य निर्धारित किया है। साथ ही 9.50 प्रतिशत चीनी की रिकवरी दर से 2.27 लाख क्विंटल चीनी के उत्पादन का लक्ष्य है।
इस मौके पर डीसी ने कहा कि दी कैथल सहकारी चीनी मिल गन्ना किसानों के हितों में निरंतर कार्य कर रही है। मिल ने विभिन्न आयामों पर राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार हासिल किए हैं। किसानों की सुविधा के लिए चीनी मिल में सीजन के दौरान अटल कैंटीन के माध्यम से मात्र 10 रुपये में भोजन मुहैया करवाया जा रहा है। इसके साथ-साथ किसानों को गन्ने की अच्छी गुणवत्ता की पैदावार के लिए समय-समय पर जागरूक करने का कार्य किया जाता है, ताकि चीनी की रिकवरी ठीक आए और उत्पादन भी बेहतर हो।
डीसी ने पेराई सत्र के शुभारंभ पर सभी को बधाई दी। साथ ही कहा कि किसानों को उनकी गन्ने की फसल का भुगतान समय पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हवन में पेराई सत्र को बिना व्यवधान के संपन्न होने की कामना की गई। मिल में अच्छे गुड़ व शक्कर का उत्पादन किया जाता है। उन्होंने किसानों से आह्वान करते हुए कहा कि गन्ने की फसल को साफ सुथरा करके लाएं, ताकि फसल बेचने में कोई परेशानी नहीं हो और रिकवरी भी ठीक हो।
कार्यक्रम के दौरान एमडी चीनी मिल ब्रह्म प्रकाश ने मुख्यातिथि सहित सभी आगंतुक मेहमानों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि चीनी मिल में हमेशा ही किसानों का अच्छा सहयोग रहा है। एडवांस टोकन सिस्टम मोबाइल एप के माध्यम से घर से ही किसान टोकन लगवाकर अपनी ट्राली ला सकता है। मिल की तकनीकी दक्षता को बढ़ाने के लिए मिल में लगभग 38 लाख रुपये की राशि से नई वाइब्रो स्क्रीन और लगभग 28 लाख रुपये की लागत से नई हाइड्रोलिक गन्ना उतारने की मशीन लगाई गई है।
इस अवसर पर शुगर मिल में सबसे पहले ट्राली लेकर आने वाले किसानों में गांव नैना के किसान संजय, गांव खुराना के किसान जगबीर तथा पाई के किसान संदीप शामिल रहे।
इस मौके पर एए सिद्धकी, जितेंद्र कौशिक, कमल कांत तिवारी, जगदीश चंद्र, जसमिंद्र सिंह, रामपाल सिंह, देशराज, राजपाल सिंह, जितेंद्र कादियान, नक्षत्र सिंह, रामेश्वर, बलराज सिंह, विक्रम सिंह, शमशेर सिंह, राजेश, रमेश, सतपाल शर्मा, सुरेश शर्मा, रणबीर सिंह, सुशील कुमार व महावीर मौजूद रहे।