किच्छा चीनी मिल -प्रबंधन मिल के पेराई सत्र के शुभारंभ के लिए दिन रात एक किए है। मिल के लिए दो नए बॉयलर स्थापित करना बड़ी उपलब्धि है। विगत चार वर्षों से मिल का पेराई सत्र चलाने के लिए लगातार क्षतिग्रस्त हो रहे बायलर मिल के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय था। जिसके चलते मिल का पेराई सत्र अधिकांशत प्रारंभ होते ही बंद होने की संभावना बनी रहती थी।
संदीप जुनेजा, किच्छा। चीनी मिल का पेराई सत्र 30 नवंबर को शुरू होगा तो पेराई सत्र बदस्तूर जारी रहे इसका इंतजाम इस बार कर दिया गया है। मिल प्रबंधन ने दो नए बॉयलर लगा दिए है। जिसके कारण पिछले कुछ समय से मिल का पेराई सत्र लगातार नहीं चल पा रहा था। बॉयलर में 24 नवंबर तक अग्नि प्रवाहित करने की तैयारी मिल प्रबंधन ने कर ली है।
मिल प्रबंधन मिल के पेराई सत्र के शुभारंभ के लिए दिन रात एक किए है। मिल के लिए दो नए बॉयलर स्थापित करना बड़ी उपलब्धि है। विगत चार वर्षों से मिल का पेराई सत्र चलाने के लिए लगातार क्षतिग्रस्त हो रहे बायलर मिल के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय था। जिसके चलते मिल का पेराई सत्र अधिकांशत: प्रारंभ होते ही बंद होने की संभावना बनी रहती थी। जिसके कारण पेराई सत्र बायलर की छत के क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण पेराई बाधित होती रहती थी।
दो बॉयलर स्थापित करने का चल रहा है काम
अधिशासी निदेशक त्रिलोक सिंह मर्तोलिया के प्रयास से लंबे समय के बाद आखिर मिल को पुराने चार बॉयलर में से दो नए बॉयलर लगाने की अनुमति मिल गई। जिसके बाद आठ करोड़ की लागत के दो बॉयलर स्थापित करने का काम तेजी से चल रहा है जो अपने अंतिम दौर में पहुंच गया है।
पेराई सत्र की तैयारी पूरी
मिल प्रबंधन ने बाकी मिल के पेराई सत्र की तैयारी पूरी कर ली है। 24 को बॉयलर पूजा की संभावना व्यक्त की जा रही है। इसके लिए मिल प्रबंधन ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। बॉयलर में अग्नि प्रवाहित होने के बाद संभवत: 30 नवंबर तक मिल में गन्ना पेराई प्रारंभ हो जाएगी। मिल प्रबंधन गन्ना मंत्री सौरभ बहुगुणा को पेराई सत्र के शुभारंभ के लिए बुलाने के प्रयास में जुटा है।
अधिकारी ने कही ये बात
मिल का पेराई सत्र प्रारंभ करने की तैयारी पूरी कर ली गई है। पिछले कुछ वर्षों से लगातार बॉयलर क्षतिग्रस्त होने से मिल की पेराई बाधित होने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। दो नए बॉयलर मिल में लगाए जा चुके है। जिससे पेराई बाधित होने से आने वाली दिक्कतों पर लगाम कसने से किसानों को राहत मिलने वाली है। नवंबर के अंतिम सप्ताह में पेराई सत्र प्रारंभ करने के प्रयास किए जा रहे हैं। -त्रिलोक सिंह मर्तोलिया, अधिशासी निदेशक चीनी मिल किच्छा