Thursday, September 19, 2024
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आईएसओ सदस्यों के बीच अनुसंधान को साझा करना होगा महत्वपूर्ण

नई दिल्ली में 25 से 27 जून तक भारत की अध्यक्षता में हुई आईएसओ की 64 वीं बैठक

उच्च उपज, रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले गन्ने की किस्म तथा इसके नवीन उपयोग के लिए देशों के बीच अनुसंधान और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना महत्वपूर्ण है। उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि इस वर्ष अच्छी बारिश होने पर चीनी उत्पादन अच्छा रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना तथा विभिन्न देशों के बीच अनुसंधान सहयोग को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण है। आइए हम उत्त्व उपज वाले, रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले गन्ने की किस्म को विकसित करने, गन्ने के लिए नवीन उपयोगों की खोज करने तथा संपूर्ण मूल्य श्रृंखला में टिकाऊ प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करें।

उन्होंने नई दिल्ली में 64वीं अंतरराष्ट्रीय चीनी संगठन (आईएसओ) परिषद की बैठक में कहा कि चीनी मूल्य श्रृंखला में उन्नत प्रौद्योगिकियों को तेजी से अपनाया जाना चाहिए। वे अपशिष्ट को कम करने और उद्योग की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे। देश आईएसओ सदस्यों के साथ अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के विकास तथा चीनी तथा जैव ईंधन क्षेत्र में विशेषज्ञता साझा करने के लिए सक्रिय सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है। करीब एक करोड़ किसान और उनके आश्रित गन्ने की खेती में लगे हुए हैं। इसके अलावा यह उद्योग प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रहा है। जैव ईंधन उद्योग में गन्ना एक प्रमुख फसल है। भारत की आर्थिक वृद्धि और कृषि समृद्धि दोनों पर सकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। आईएसओ को कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए सहयोग करना जारी रखना चाहिए। हमारी प्राथमिकता कृषि आय में सुधार के साथ पानी का इस्तेमाल कम से कम करने की भी होनी चाहिए।

चीनी विकास के लिए समर्पित संगठन है आईएसओ

नई दिल्ली में 25 से 27 जून 2024 तक ‘आईएसओ परिषद बैठक की अध्यक्षता भारत ने किया। चीनी और जैव ईंधन सेक्टर के महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए 30 से अधिक देशों के प्रतिनिधि और कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए हैं। आईएसओ परिषद ने भारत को 2024 के लिए संगठन का अध्यक्ष नामित किया है। अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन (आईएसओ) संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध निकाय है जिसका मुख्यालय लंदन में है।

आईएसओ के लगभग 85 देश सदस्य हैं जो विश्व में चीनी उत्पादन का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा कवर करते हैं। इसका उद्देश्य चीनी सेक्टर से संबंधित मुद्दों से निपटने में आपसी समझ और प्रगतिशील दृष्टिकोण लाने के लिए प्रमुख चीनी उत्पादक, उपभोक्ता और व्यापारिक देशों को एक साथ लाना है। आईएसओ जैव ईंधन, विशेष रूप से एथेनॉल पर भी काम कर रहा है क्योंकि गन्ना विश्व में एथेनॉल उत्पादन के लिए दूसरा प्रमुख फीडस्टॉक है। खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव संजीव चोपड़ा संगठन के अध्यक्ष बनाये गये हैं। इससे पहले भारत ने 2012 में 41वें आईअएसओ परिषद का आयोजन किया था।

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