चीनी- कंपनियां गन्ने के रस और शीरे से एथनॉल के उत्पादन पर रोक लगाने के सरकार के फैसले को विरोध कर रही हैं। वहीं केन्द्र सरकार और तेल विपणन कंपनियां (ओएमसी) एक समझौता फॉर्मूले की कवायद कर रही हैं।
इसमें बी हैवी और सी हैवी मोलैसिस से तैयार एथनॉल की कीमत बढ़ाना और 2023-2024 में चीनी की आपूर्ति का अनुमान लगाए जाने के बाद गन्ने के रस से कुछ मात्रा में एथनॉल बनाने की अनुमति दिया जाना शामिल है।
सूत्रों ने कहा कि बहरहाल 7 दिसंबर 2023 के आदेष को वापस लिए जाने का कोई इरादा नहीं हैं, जिसकी वजह से नवंबर से शुरू हो रहे 2023-2024 आपूर्ति वर्ष गन्ने के रस और शीरे से एथनॉल उत्पादन पर रोक लग गई है।
माना जा रहा है कि चीनी कंपनियों ने कहा है कि 2023-24 में एथनॉल बनाने के लिए 17 लाख टन चीनी डायवर्ट किए जाने के बाद आपूर्ति में करीब 23 लाख टन अतिरिक्त चीनी से करीब 162 करोड़ लीटर एथनॉल का उत्पादन तेल कंपनियों द्वारा किया जा सकेगाा।
एकमुशत छूट के रूप् में चीनी कंपनियों ने मांग की है कि उन्हें 1.62 अरब लीटर में से करीब आधा गन्ने के रस से बनाने की छूट दी जाए और बाकी का उत्पादन बी हैवी मोलैसिस से किया जाए।