अवंतिका सरावगी ने कहा, ‘‘ कंपनी वर्ष के लिए इथेनॉल/अल्कोहल और चीनी के बीच 33:66 अनुपात का अनुमान लगाती है।”
चीनी प्रमुख कंपनी बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड (बीसीएमएल) ने कहा कि नवंबर और अप्रैल के बीच इथेनॉल उत्पादन 50 प्रतिशत बढ़कर करीब 33 करोड़ लीटर होने के बावजूद चीनी पर प्राथमिक से ध्यान दिया जाएगा।
कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि कंपनी की चीनी खुदरा क्षेत्र में उतरने की तत्काल कोई योजना नहीं है। बीसीएमएल प्रवर्तक एवं ‘बिजनेस लीड’ अवंतिका सरावगी ने ‘पीटीआई-भाषा’ ने कहा, ‘‘ हमारा लक्ष्य बाजार स्थितियों के आधार पर लाभप्रदता को अधिकतम करने और सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए चीनी तथा इथेनॉल उत्पादन के बीच संतुलन बनाना है।’’
अवंतिका, बीसीएमएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक विवेक सरावगी की बेटी हैं। अवंतिका सरावगी ने कहा, ‘‘ कंपनी वर्ष के लिए इथेनॉल/अल्कोहल और चीनी के बीच 33:66 अनुपात का अनुमान लगाती है। पिछले साल इथेनॉल राजस्व का हिस्सा करीब 28 प्रतिशत है।’’
अपने उत्पाद मिश्रण को अनुकूलित करने का बीसीएमएल का निर्णय कई कारकों के संयोजन से प्रेरित है, जिसमें चीनी की कीमतों में उतार-चढ़ाव और सरकार की इथेनॉल मिश्रण नीति शामिल है। सरावगी ने बताया कि देश की चीनी खपत को उत्पादन स्तर तय करना चाहिए और किसी भी अधिशेष को इथेनॉल में बदल दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘इस साल घरेलू चीनी की मांग 2.8 करोड़ टन होने का अनुमान है।’’
अधिक गन्ने की उपलब्धता के साथ बीसीएमएल में इस वर्ष इथेनॉल उत्पादन में 50 प्रतिशत की वृद्धि देखी जाएगी, जो वित्त वर्ष 2023 में 20 करोड़ लीटर से बढ़कर 33 करोड़ लीटर तक पहुंच जाएगा।