तमकुहीरोड। सेवरही चीनी मिल परिक्षेत्र में आगामी पेराई सत्र को लेकर चीनी मिल व केन यूनियन की ओर से जीपीएस से गन्ना सर्वे कराया जा रहा है। सेवरही के सभी 40 गन्ना सर्किल में पर्यवेक्षकों की 40 टीमें लगाई गई हैं। इस सर्वे के कार्य को पूरा करने का लक्ष्य 30 जून तक रखा गया है।
सेवरही चीनी मिल के पेराई सत्र समाप्त हो जाने के बाद अब मिल प्रशासन व केन यूनियन संयुक्त रूप से आगामी सत्र के लिए गन्ना पड़ताल में जुट गया है। इसमें सेवरही, तरयासुजान, दुदही गन्ना समितियों से जुड़े उजारनाथ, दोमाठ, सेवरही, पिपराघाट, जमुआन, जंगली पट्टी, परसा उर्फ सिरिसिया, पांडेयपुर, तरयासुजान, सलेमगढ़, बहादुरपुर, लबनिया, सुमही संतपट्टी, राजपुर खास, बैजूपट्टी, दवनहां, ब्रह्मपुर, रानीगंज, जगदीशपुर, मिश्रौली समेत सभी 40 सर्किलों में जीपीएस से गन्ना सर्वे का कार्य शुरू हो गया है। इसके लिए चीनी मिल व केन यूनियनों की ओर से गन्ना पर्यवेक्षकों की 40 टीमें लगाई गईं हैं, जो प्रत्येक गन्ना किसान को एसएमएस के जरिये गन्ना पड़ताल की सूचना देगी और उनके खेतों में जाकर जीपीएस से गन्ने का पड़ताल करेगी। पर्यवेक्षकों की टीम गन्ना किसानों से घोषणा पत्र भरवाकर जमा करेगी। सेवरही चीनी मिल के गन्ना महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने बताया कि जीपीएस से पिछले साल चीनी मिल को कितनी गन्ने की आपूर्ति की गई थी और इस साल गन्ने की कितनी उपज होगी के साथ अन्य कई महत्वपूर्ण जानकारियों का ब्यौरा आसानी से जुटाया जा सकेगा। उन्होंने क्षेत्र के किसानों से गन्ने की उत्पादकता बढ़ाने को लेकर चीनी मिल की ओर से छूट पर दिए जा रहे कृषि यंत्रों, दवाओं, कीटनाशकों आदि का लाभ उठाने की भी अपील की। गन्ना सर्वे कार्य को लेकर देवरिया व कुशीनगर परिक्षेत्र के गन्ना उपायुक्त अखिलेश प्रताप सिंह का कहना है कि प्रत्येक गन्ना किसान को सर्वे के दौरान बोये गए गन्ने का विवरण, बोई गई प्रजाति, बैंक खाता नंबर, मोबाइल नंबर के साथ अन्य जानकारी का एक घोषणा पत्र भरकर सर्वे कार्य में लगे गन्ना पर्यवेक्षकों के पास जमा करना होगा। इसके लिए गन्ना किसानों के साथ सर्वे कार्य में लगे सभी टीमों के कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं।