पानीपत। नई शुगर मिल दस अप्रैल तक चलेगी। इस दौरान जिले भर के गन्ना उत्पादक किसानों का गन्ना पेराई किया जाएगा। वहीं, दूसरे जिलों का बचा हुआ गन्ना भी पेराई किया जा सकता है। अब तक मिल ने 51.34 लाख गन्ना पेराई किया गया है। गन्ना पूरी मात्रा में आने से मिल को पूरी क्षमता से चलाया जा रहा है। मिल की क्षमता रोजाना 50 हजार क्विंटल गन्ना पेराई की है। अनुमान है कि मिल दस अप्रैल तक करीब 60 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का लक्ष्य पूरा कर देगी। इसके अलावा रिकवरी रेट भी पहले से ज्यादा बेहतर हुआ है। जो दस प्रतिशत के आसपास का है।
गौरतलब है कि उपरोक्त के अलावा शुगर मिल की टरबाइन अब तक 3.45 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन पर हरियाणा बिजली वितरण निगम को बेच चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि ये बिजली करीब साढ़े छह रुपये प्रति यूनिट के रेट के हिसाब से यूएचबीवीएन को दी जा रही है। इसके अलावा अब टरबाइन रोजाना करीब 3.25 लाख से 3.30 लाख यूनिट का रोजाना उत्पादन कर रही है। इस हिसाब से 60 से 70 लाख यूनिट का उत्पादन और होगा। जोकि कुल करीब सवा चार करोड़ यूनिट तक पहुंचे। साढ़े रुपये के हिसाब से शुगर मिल करीब 27 से 28 करोड़ रुपये की बिजली बेच देगा।
वर्जन :
अभी शुगर मिल चल रहा है। अनुमान है कि दस अप्रैल तक गन्ना पेराई होगी। जरूरत पड़ने पर दूसरे जिलों का बचा हुआ गन्ना भी पेराई किया जा सकता है। अब तक मिल ने करीब साढ़े तीन करोड़ यूनिट का भी उत्पादन किया है।