सिमरनजीत सिंह/शाहजहांपुर: इन दिनों गन्ने की हार्वेस्टिंग हो रही है. ऐसे में हार्वेस्टिंग के बाद बचने वाली पताई, जिसे किसान अक्सर खेतों में ही जला देते हैं. लेकिन उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद के वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर पताई को खेत में ही बेहतर तरीके से निस्तारित करें तो यह किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. पताई को खेत में ही निस्तारित करने से स्वास्थ्य में सुधार होगा.
उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद के प्रसार अधिकारी डॉक्टर संजीव पाठक ने बताया कि गन्ने की पताई को खेत में ही निस्तारित करने से किसानों को बड़ा फायदा होगा. मिट्टी में ऑर्गेनिक कार्बन लगातार निचले स्तर पर जा रहा है. ऐसे में अगर पताई का निस्तारण मिट्टी में ही किया जाए तो ऑर्गेनिक कार्बन में बड़ा इजाफा होगा. पताई का निस्तारण कई तरीकों से किया जा सकता है.