एनएसआई कानपुर में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए शिक्षा शुल्क में किसी भी तरह की कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। जो भी छात्र पूर्व में संस्थान से जुड़े हुए है और किसी भी चीनी मिल में कार्य करने का उनके पास अनुभव है, वे छात्र एनएसआई शुगर इंजीनियरिंग में आसानी से प्रवेश पा सकते हैं। संस्थान की निदेशक सीमा परोहा की अध्यक्षता में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए छात्रों से लेकर कई शिक्षण संस्थानों के विशेषज्ञों ने बैठक में भाग लिया। बैठक में संस्थान द्वारा संचालित विविध पाठ्यक्रमों में आवश्यक संशोधन एवं अध्ययन-अध्यापन में सुझाव के लिए शहर के तमाम संस्थानों के प्रोफेसर मौजूद रहें।
शिक्षा प्रभारी डॉ. अनंत लक्ष्मी रंगराजन ने बैठक में सभी की सहमति से छात्रों के हितार्थ कुछ प्रमुख निर्णय एकेडमिक काउंसिल द्वारा लिये जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नये शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए शिक्षा शुल्क में वृद्धि नहीं की जायेगी। डीआईपीसी पाठ्यक्रम को एनएसआई शुगर इंजीनियरिंग के साथ मर्ज कर दिया गया है। जिन छात्रों ने संस्थान से पूर्व में शुगर इंजीनियरिंग सर्टिफिकेट कोर्स किया है और किसी चीनी मिल में कार्य करने का उनके पास अनुभव है, वे छात्र संस्थान द्वारा संचालित एनएसआई शुगर इंजीनियरिंग में प्रवेश ले सकेंगें। इसके अतिरक्त संस्थान में प्रवेश परीक्षा के लिए या अन्य शुल्क जमा करने के लिए डिमांड ड्राफ्ट के स्थान पर ऑनलाइन शुल्क जमा करने पर ही मान्य होगा। संस्थान नये सत्र से शुल्क के लिए डिमांड ड्राफ्ट स्वीकार नहीं करेगा। बैठक में छत्रपति शाहूजी महाराज वि.वि.की प्रो. वर्षा गुप्ता तथा सीडीसी निदेशक प्रो. राजेश द्विवेदी, एचबीटीयू के प्रो, ब्रजेश सिंह, एसके त्रिवेदी, अशोक कुमार गर्ग, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. विनय कुमार, वीरेन्द्र कुमार, मिहिर मंडल, संजय चौहान, अनूप कुमार कनौजिया, डॉ. सुधांशु मोहन एवं डॉ. लोकेश बाबर उपस्थित थे।