धर्मशाला : हिमाचल प्रदेश में बढ़ते गन्ना उत्पादन को देखते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने चीनी मिल स्थापना को लेकर अधिकारीयों को विचार विमर्श करने के निर्देश दिए है। इसके चलते कांगड़ा जिला के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में चीनी मिल स्थापित करने की योजना बनाई जा रही है। उपायुक्त कार्यालय परिसर में शुक्रवार को इस विषय पर एक बैठक आयोजित की गई थी। इसमें उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कृषि विभाग और एसडीएम को चीनी मिल से जुड़े वित्तीय प्रावधानों, भूमि की उपलब्धता और तकनीकी संसाधनों का अध्ययन कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के अनुसार, बैठक में उपायुक्त ने कहा कि इंदौरा क्षेत्र की जलवायु और भूमि गन्ना उत्पादन के लिए अनुकूल है। कई जगहों पर भूमि भी बंजर है। ऐसे में कृषि विभाग को किसानों को गन्ना उत्पादन करने के लिए प्रेरित करने संबंधी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही शूगर मिल के लिए गन्ना उत्पादन एवं बीज की बेहतर किस्मों की संभावनाओं पर भी आवश्यक रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है।
बैरवा ने कहा कि, चीनी मिल स्थापित करने के लिए इंदौरा क्षेत्र में कृषि विभाग के पास जमीन भी उपलब्ध है। वर्तमान में यहां 719 हेक्टेयर में गन्ने की खेती होती है, लेकिन किसानों को अपनी फसल पड़ोसी राज्यों की चीनी मिलों में ले जानी पड़ती है। इंदौरा में चीनी मिल बनने से किसानों को अपने ही प्रदेश में उपज का उचित मूल्य मिलेगा और उनका समय व लागत दोनों की बचत होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गन्ना किसानों को सहूलियत देने और चीनी कारोबार को बढावा देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। बैठक में विशेषज्ञों के साथ वर्चुअल माध्यम से भी गहन चर्चा की गई। इस अवसर पर एडीसी विनय कुमार सहित उद्योग विभाग, कृषि विभाग, बागवानी विभाग तथा सहकारिता विभाग से अधिकारी भी उपस्थित रहे।