नई दिल्ली : भारत की एथेनॉल उत्पादन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हो रही है, जिससे देश के समग्र उत्पादन में वृद्धि होने की उम्मीद है। भारत की एथेनॉल उत्पादन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो अब 1,685 करोड़ लीटर तक पहुँच गई है। खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग (DFPD) के अनुसार, देश में एथेनॉल उत्पादन की मौजूदा क्षमता (30 नवंबर 2024 तक) बढ़कर 1685 करोड़ लीटर (अनाज आधारित 744 करोड़ लीटर और मोलासेस आधारित डिस्टिलरी 941 करोड़ लीटर) हो गई है।
सरकार देश भर में पेट्रोल के साथ एथेनॉल मिश्रित (EBP) कार्यक्रम को लागू कर रही है, जिसके तहत तेल विपणन कंपनियां (OMC) एथेनॉल के साथ मिश्रित पेट्रोल बेचती हैं। सरकार ने इस कार्यक्रम के तहत 2025 तक पेट्रोल के साथ 20% एथेनॉल मिश्रण प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। सरकार को उम्मीद है कि, यह विस्तारित क्षमता देश की घरेलू एथेनॉल जरूरतों को पूरा करेगी। हालांकि, 20% मिश्रण लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, लगभग 1,016 करोड़ लीटर एथेनॉल की आवश्यकता होगी, जो अन्य उपयोगों को ध्यान में रखते हुए कुल 1,350 करोड़ लीटर होगा। अनुमान है कि 2025 तक, लगभग 1,700 करोड़ लीटर एथेनॉल उत्पादन क्षमता की आवश्यकता होगी, यह मानते हुए कि प्लांट 80% दक्षता पर काम करते हैं।
एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ESY) 2023-24 (नवंबर 2023 – अक्टूबर 2024) के दौरान पेट्रोल में संचयी एथेनॉल मिश्रण 14.6% तक पहुँच गया। ESY 2024-25 में, OMCs ने चक्र 1 में 916 करोड़ लीटर की आपूर्ति के लिए निविदाओं के विरुद्ध लगभग 837 करोड़ लीटर एथेनॉल आवंटित किया है। हाल ही में, OMCs ने ESY 2024-25 की Q4 (चक्र 2) के लिए लगभग 88 करोड़ लीटर एथेनॉल की आपूर्ति के लिए बोलियां आमंत्रित की हैं।