गोरखपुर। बदल रहा गोरखपुर उद्यमियों को भा रहा है। गीडा के स्थापना दिवस समारोह में बरेली से आए सुपीरियर इंडस्ट्रीज के सीईओ मनीष अग्रवाल ने मुख्यमंत्री से मिलकर गोरखपुर में चीनी मिल सह एथेनाल प्लांट लगाने की इच्छा जताई। उन्होंने इसके लिए गीडा और उद्योग विभाग के अफसरों से भी मुलाकात की। पहले से डिस्टलरी के कारोबार से जुड़े मनीष का कहना है कि पूर्वांचल में चीनी मिल व एथेनाॅल प्लांट के लिए बेहतर संभावनाएं हैं।
गीडा के स्थापना दिवस समारोह में इन्वेस्ट यूपी विभाग की तरफ से कई उद्यमियों को आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम में पहुंचे उद्यमी मनीष अग्रवाल ने चैंबर ऑफ ट्रेडर्स के उद्यमियों के साथ मिलकर गोरखपुर के बारे में जानकारी ली। मनीष ने बताया कि वे पहले भी गोरखपुर आ चुके हैं और फैक्टरी लगाने की संभावना पर विस्तृत मंथन कर चुके हैं। गोरखपुर व आसपास के जिलों में बड़े पैमाने पर गन्ना, मक्का और धान का उत्पादन होता है जो एथेनाॅल बनाने के काम आता है। चीनी मिलों के भविष्य से संबंधित सवाल पर मनीष अग्रवाल का कहना था कि चीनी से महत्वपूर्ण एथेनाॅल उत्पादन है।
अभी अपने देश में कुल खपत का दो से तीन प्रतिशत ही एथेनाॅल का उत्पादन हो रहा है, जबकि अब ईंधन के रूप में इसका प्रयोग लगातार बढ़ रहा है। इसलिए आने वाले वक्त में इसकी खपत और बढ़ेगी। मनीष ने बताया कि मुख्यमंत्री ने चीनी मिल व एथेनाॅल प्राेजेक्ट पर गहरी रुचि जताते हुए लखनऊ बुलाया है। अफसरों का भी रुख सकारात्मक है। बता दें कि सरदारनगर में सबसे बड़ी चीनी मिल व डिस्टलरी थी जो बंद पड़ी है। इसके अलावा धुरियापार में भी चीनी मिल बंद पड़ी है। केवल पिपराइच चीनी मिल ही चालू हालत में है। ऐसे में नए मिल की स्थापना से किसानों को राहत मिलेगी।
एक साल में एपीएल अपोलो से शुरू होगा उत्पादन
गोरखपुर। लिंक एक्सप्रेस-वे के किनारे एपीएल अपोलो ट्यूब्स के लिए जमीन का आवंटन हुआ है। 3.6 मिलियन टन प्रति वर्ष उत्पादन क्षमता वाला एपीएल अपोलो ट्यूब्स लिमिटेड स्टील पाइप का बड़ा उत्पादक है। स्थापना दिवस समारोह में इस कंपनी को जमीन का आवंटन पत्र मिला है। कंपनी के सलाहकार योगेश शर्मा ने बताया कि निर्माण कार्य महीने भर के अंदर शुरू करने की तैयारी है। एक साल में निर्माण पूरा कर उत्पादन शुरू हो जाएगा। कंपनी करीब 100 करोड़ निवेश की तैयारी में है।