यमुनानगर : सरस्वती शुगर मिल ने चीनी उद्योग में अपनी अलग जगह बनाई है, और इसमें मिल को गन्ना आपूर्ति करने वाले किसानों की अहम भूमिका रही है। यही बात ध्यान में रखकर जिन किसानों ने पिछले पेराई सत्र में अपने बांड का नियमानुसार 85 प्रतिशत या अधिक गन्ना मिल को सप्लाई किया, उन सभी किसानों को मिल द्वारा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।इस अवसर पर गन्ना गोष्ठी का भी आयोजन किया गया था।
इस कार्यक्रम में तक़रीबन 400 किसानों ने हिस्सा लिया।कार्यक्रम में वैज्ञानिक पद्मश्री डॉ. बक्शी राम ने मुख्य अतिथि थे।इस अवसर पर मिल द्वारा किसानों को बतौर पुरस्कार वाशिंग मशीन, फ्रिज, टीवी व अन्य कृषि यंत्र दिए गए। बंपर इनाम होंडा एक्टिवा दी गई। विजेता किसानों को मैनेजिंग डायरेक्टर आदित्य पुरी, नयना पुरी वशुगर मिल के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर एसके सचदेवा ने कहा कि, सरस्वती शुगर मिल भारत की सबसे पुरानी शुगर मिल है, और हमेशा किसानों के हित में कार्य करती रही है। गन्ना वैज्ञानिक डॉ. बक्शी राम ने गन्ने की अधिक पैदावार लेने, कीट के प्रबंधन एवं गन्ने की खेती में लागत को कम करके अधिक लाभ लेने पर विस्तार से चर्चा की।