जुआरी इंडस्ट्रीज लिमिटेड (जेडआईएल) ने 29 मई को मार्च, 2024 की चौथी तिमाही और पूरे वर्ष के लिए अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की। चीनी और एथेनॉल उत्पादक जेडआईएल ने 31 मार्च, 2024 को समाप्त वर्ष के लिए 900.8 करोड का स्टैंडअलोन राजस्व हासिल किया। कंपनी का EBITDA 235.4 करोड़ रहा, जो कि उच्च चीनी रिकवरी, वित्तीय लागत में कमी और डिजिटल पहलों के कार्यान्वयन के कारण 21 प्रतिशत की स्वस्थ वार्षिक वृद्धि दर्ज करता है।
कंपनी ने अपनी 100 प्रतिशत सहायक कंपनी, जुआरी शुगर एंड पावर लिमिटेड (जेडएसपीएल) का खुद के साथ विलय भी पूरा कर लिया है। मार्च तिमाही में स्टैंडअलोन राजस्व 253.0 करोड़ रहा, जो चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध के कारण 22 प्रतिशत कम था, जिसे आंशिक रूप से अधिक प्राप्ति और भूमि पार्सल की बिक्री से आय द्वारा ऑफसेट किया गया था। कंपनी ने 22.7 करोड़ का स्टैंडअलोन पीएटी पोस्ट किया। कंपनी ने 31 मार्च, 2024 को समाप्त वर्ष के लिए 27,362 केएल के अब तक के उच्चतम एथेनॉल उत्पादन के साथ- साथ चीनी उत्पादन (14.4 लाख क्विंटल) में 24.1 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की।
निवेशकों के लिए कंपनी ने एक व्यावसायिक अवलोकन किया जिसमें कहा कि जेडआईएल एनवियन इंटरनेशनल (स्लोवाकिया) के साथ एक संयुक्त उद्यम में, लखीमपुर खीरी में अनाज आधारित डिस्टिलरी स्थापित कर रही है। 180 केएलपीडी की क्षमता वाली यह सुविधा 20.06 एकड़ भूमि पर स्थित होगी। इसका निर्माण 22 फरवरी 2024 को शुरू हुआ और 2025 के मध्य तक वाणिज्यिक परिचालन शुरू होने की उम्मीद है। कंपनी ने कहा कि एथेनॉल के उत्पादन को 1000 केएलपीडी तक बढ़ाने के लिए जैविक और अकार्बनिक विकास संभावनाओं का पता लगाया जाएगा तथा अत्याधुनिक तकनीक को अपनाया जाएगा।
जुआरी ने की वित्तीय परिणामों की घोषणा
जुआरी इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने 29 मई को 31 मार्च, 2024 को समाप्त चौथी तिमाही और पूरे वर्ष के लिए अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की है। मार्च 2024 में परिचालन से कुल आय लगभग 283 करोड़ रुपये रही, जबकि मार्च 2023 में यह 342 करोड़ रुपये थी। मार्च 2023 में 102 करोड़ रुपये की तुलना में मार्च 2024 में तिमाही नेट प्रॉफिट लगभग 63 करोड़ रुपये रहा। मार्च 2023 में 34.34 करोड़ रुपये की तुलना में मार्च 2024 में जुआरी इंडस्ट्रीज का बेसिक और डायल्युटेड ईपीएस घटकर 21.35 रुपये रह गया। मार्च 2024 को समाप्त वर्ष में पूरे वर्ष के लिए नेट प्रॉफिट 712 करोड़ रुपये रहा, जबकि मार्च 2023 को समाप्त पिछले वर्ष के दौरान यह 309 करोड़ रुपये था। परिचालन से कुल आय घटकर 1.50 करोड़ रुपये रह गई। मार्च 2024 को समाप्त वर्ष में 1,067 करोड़ रुपये जबकि मार्च 2023 को समाप्त पिछले वर्ष के दौरान 1,137 करोड़ रुपये थे।