सहकारी गन्ना विकास समिति मलियाना, मोदीनगर, दौराला, मलकपुर, बागपत, मोहिउद्दीनपुर आदि का गन्ना बजाज शुगर मिल किनौनी पर दशकों से किसान सप्लाई करते आ रहे हैं। मिल की भुगतान की समस्या से जूझ रहे किसान हर वर्ष समय पर बकाया अदा न करने वाली चीनी मिलों को अपना गन्ना आपूर्ति न करने के लिए आंदोलन करते हैं। समितियों से प्रस्ताव कराकर गन्ना आयुक्त लखनऊ को भिजवाते हैं। इसी के चलते इस वर्ष भी चीनी मिल के गन्ना केंद्र काटने के प्रस्ताव समिति द्वारा गन्ना आयुक्त को भेजे गए थे, लेकिन गन्ना विभाग ने समितियों के प्रस्ताव पर कोई विचार नहीं किया।
किनौनी चीनी मिल ने गत वर्ष 181 बाह्य गन्ना क्रय केंद्र आवंटित कर खरीद की थी। वहीं, चालू सत्र में पुनः चीनी मिल को सिंभावली चीनी मिल का केंद्र सलाहपुर ब, बैजनाथपुर चीनी मिल के हजूराबाद गढ़ी अ व ब, तेडा, तितरोदा आदि छह गन्ना केंद्र किनौनी चीनी मिल को आवंटित कर दिए हैं। चालू सत्र में चीनी मिल को 179 बाह्य गन्ना केंद्र स्थापित कर गन्ना खरीद करने के आदेश गन्ना आयुक्त लखनऊ पीएन सिंह ने दिए हैं। वहीं, बजाज शुगर मिल प्रबंधन तंत्र ने गन्ना आयुक्त के आदेशों का पालन करते हुए शुक्रवार को 70 गन्ना केंद्रों पर गन्ने की खरीद के लिए इंडेंट जारी करते हुए 10 हजार क्विंटल गन्ने की खरीद करने का दावा किया है।
मिल उपाध्यक्ष केपी सिंह का कहना है कि आगामी दो दिनों के भीतर आवंटित सभी गन्ना क्रय केंद्र स्थापित कर गन्ने की खरीद सुचारू रूप से कर गन्ना आयुक्त के आदेशों का पालन किया जाएगा। साथ ही, 3 नवंबर को मिल अपने 21वें पेराई सत्र का विधिवत शुभारंभ करेगा। प्रबंध तंत्र के लक्ष्य के सापेक्ष पौने दो करोड़ क्विंटल गन्ना खरीद करेगा।