यहां डेढ़ लाख से अधिक गन्ना किसान हैं जो शामली, ऊन और थानाभवन चीनी मिल में गन्ने की सप्लाई करते हैं। हर साल गन्ना एवं चीनी विभाग प्रदेश के सभी जिलों को गन्ना उत्पादकता में रैंक जारी की जाती है। जिला गन्ना अधिकारी संजय सिसोदिया ने बताया कि अधिकारियों द्वारा क्राप कटिंग के परिणामों के आधार पर जारी की गई रैंक में शामली को फिर से प्रथम स्थान मिला है। पिछले छह साल से शामली जिला लगातार पहला स्थान प्राप्त कर रहा है। जिले में गन्ने की औसत उपज 1036.04 क्विंटल प्रति हेक्टेयर रही। जबकि प्रदेश में दूसरा स्थान पर 953.56 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज पाकर मुजफ्फरनगर और 919.72 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादकता प्राप्त कर मेरठ ने प्रदेश में तीसरा स्थान प्राप्त किया। वर्ष 2018-19 में शामली की औसत उपज 962. 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर रही थी। वर्ष 2019-20 में 990.64, वर्ष 2020-21 में 1004.28, वर्ष 2021-22 में 1014,16 एवं वर्ष 2022-23 में 1025.12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर रही। डीसीओ ने कहा कि इसके लिए जनपद शामली के समस्त गन्ना किसान बधाई के पात्र है। कर्मचारियों ने भी जिले को प्रथम स्थान दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।
संजय सिसोदिया