शुगर मिल डोईवाला का नया गन्ना पेराई सत्र (2024-25) बृहस्पतिवार को 30 लाख क्विंटल गन्ना पेराई के लक्ष्य के साथ शुरू हो गया। वित्त और शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और विधायक बृजभूषण गैरोला ने पूजा अर्चना के साथ नए पेराई सत्र को शुरू कराया। बताया गया कि इस सत्र में शुगर मिल 10.50 प्रतिशत रिकवरी हासिल करने का प्रयास करेगी।
मिल में गन्ना आपूर्ति करने वाले जौलीग्रांट के किसान मनोज नौटियाल और जसपाल सिंह को पारितोषिक और कंबल भेंटकर सम्मानित किया गया। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि शुगर मिल को लाभ की स्थिति में लाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किया जाएगा। कहा कि मिल बेहतर काम कर अपने अस्तित्व को आगे बढ़ा रही है।
विधायक बृजभूषण गैरोला ने कहा कि मिल का आधुनिकीकरण कर और बेहतर स्थिति में लाने में सहयोग दिया जाएगा। गन्ना आयुक्त चंद्रसिंह धर्मशक्तू ने भी मिल का प्रदर्शन पहले की अपेक्षा बेहतर होने की उम्मीद जताई। शुगर मिल के अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह, पूर्व राज्यमंत्री अल्का सिंह, ईश्वरचंद अग्रवाल, राजेंद्र तडियाल, पुरुषोत्तम डोभाल, विक्रम सिंह नेगी, चंद्रभान पाल आदि मौजूद थे।
10 नए सेंटर मिलने से बढ़ेगी गन्ना आपूर्ति
शुगर मिल के अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि चीनी मिल के पास इस बार 63 गन्ना क्रय केंद्र है। मिल के पास पिछले पेराई सत्र में 53 गन्ना क्रय केंद्र थे। बताया कि डोईवाला गन्ना समिति के 05, देहरादून गन्ना समिति के 20, रुड़की गन्ना समिति के 29, ज्वालापुर समिति के 6, लक्सर गन्ना समिति का एक और पौंटा साहिब के दो क्रय केंद्र के अलावा शुगर मिल के मुख्य गेट एरिया से भी मांग अनुसार गन्ना प्राप्त होगा। बताया कि वर्तमान में 30 लाख क्विंटल गन्ना पेराई लक्ष्य के साथ 10.50 प्रतिशत रिकवरी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
किसानों को निशुल्क मिलेंगे ट्रेंच ओपनर
बीज बदलाव कार्यक्रम के तहत प्रति हेक्टेयर गन्ना उत्पादन में वृद्धि और खेतों की गहरी जुताई के लिए किसानों को एमबी प्लाऊ और ट्रेंच ओपनर निशुल्क दिए जाएंगे। किसानों को बेहतर उत्पादन मिले इसके लिए मिल हर स्तर पर सहयोग कर रही है। अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि मिल के पास देहरादून और डोईवाला का 3692 हेक्टेयर और ज्वालापुर, रुड़की, लक्सर और पौंटा साहिब समिति का 2875 हेक्टेयर क्षेत्रफल यानी कुल 6567 हेक्टेयर गन्ना क्षेत्रफल सुरक्षित किया गया है।
गन्ना मूल्य 500 प्रति क्विंटल देने की मांग
अखिल भारतीय किसान सभा से जुड़े किसानों ने बृहस्पतिवार को कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को ज्ञापन देकर स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप नया गन्ना मूल्य 500 रुपये प्रति क्विंटल देने की मांग उठाई। कैबिनेट मंत्री ने आश्वस्त किया कि उनकी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाई जाएगी। किसान सभा के जिलाध्यक्ष दलजीत सिंह और मंडल अध्यक्ष बलबीर सिंह ने नया गन्ना मूल्य जल्द घोषित करने के अलावा भुगतान 14 दिनों की अवधि में करने, मिल में रिकवरी बढ़ाने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने, गन्ने की खोई, शीरे आदि के लाभांश में किसानों को हिस्सेदारी देने और घटतौली आदि रोकने के लिए ठोस योजना बनाने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में सुरेंद्र सिंह सजवाण, ताजेंद्र सिंह, जाहिद अंजुम, राजेंद्र पुरोहित आदि शामिल रहे।
शुगर मिल के गेट पर ज्ञापन की प्रति फूंका
डोईवाला। पेराई सत्र शुरू करने से पहले किसानों ने सरकार से नया गन्ना मूल्य 500 प्रति क्विंटल देने की मांग उठाई। किसानों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन की प्रति फूंककर आक्रोश व्यक्त की। बृहस्पतिवार को भारतीय किसान यूनियन टिकैत ग्रुप और कांग्रेस के कार्यकर्ता शुगर मिल के मुख्य गेट पर एकत्रित हुए और सरकार से 500 प्रति क्विंटल का नया गन्ना मूल्य अविलंब घोषित करने की मांग की। किसानों ने मिल गेट पर नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। भाकियू टिकैत ग्रुप के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह खालसा ने कहा कि सरकार के नुमाइंदे किसानों का ज्ञापन लेने के लिए वक्त नहीं दे रहे हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल ने कहा कि कांग्रेस और अन्य किसानों की मांगों का ज्ञापन लेने जब कैबिनेट मंत्री नहीं पहुंचे तो किसानों को ज्ञापन की प्रति जलाने के लिए विवश होना पड़ा। इस दौरान करतार नेगी, सागर मनवाल, जीतेंद्र कुमार, सुनील बर्मन, कमल अरोड़ा, आरिफ अली, शुभम कांबोज आदि मौजूद रहे। संवाद