पेट्रोल के साथ एथेनॉल मिश्रण जून में 15.90 प्रतिशत तक पहुंच गया है। नवंबर 2023-जून 2024 के दौरान संचयी एथेनॉल मिश्रण 13.0 प्रतिशत तक पहुंच गया। पेट्रोलियम नियोजन और विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) मासिक रेडी रेकनर रिपोर्ट के अनुसार, जून 2024 के दौरान पेट्रोल के साथ एथेनॉल मिश्रण 15.90 प्रतिशत पर पहुंच गया और नवंबर 2023-जून 2024 के दौरान संचयी एथेनॉल मिश्रण 13.0 प्रतिशत था। 1 जुलाई तक 81,963 कुल पीएसयू खुदरा दुकानों में से 14,476 पीएसयू आउटलेट ई-20 एथेनॉल मिश्रित एमएस वितरित कर रहे हैं।
पेट्रोलियम योजना और विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी), भारत सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय का एक संलग्न कार्यालय है. जो तेल और गैस क्षेत्र पर डेटा एकत्र करता है और उसका विश्लेषण करता है। यह विभिन्न हितधारकों को तेल और गैस क्षेत्र पर कई रिपोर्ट प्रसारित करता है। डेटा सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों, सरकारी एजेंसियों के साथ-साथ निजी कंपनियों से प्राप्त किया जाता है।
ईबीपी से हुई 24 हजार करोड़ की बचत
एथेनॉल मिश्रित
पेट्रोल योजना (ईवीपी) से केंद्र सरकार ने 24 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी मुद्रा की बचत की है। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। श्री गोपी ने कहा कि नवंबर 2022 से अक्टूबर 2023 के दौरान, लगभग पांच सौ नौ करोड़ लीटर एथेनॉल को पेट्रोल में मिलाया गया है, जिससे 24 हजार तीन सौ करोड़ से अधिक विदेशी मुद्रा की बचत और किसानों को अधिक आय हुई। उन्होंने कहा कि इस वर्ष फरवरी-मार्च में एथेनॉल-100 ईंधन की बिक्री चुनिंदा खुदरा दुकानों में शुरू की गई है, इसके अलावा ई-20 ईंधन बेचने वाली खुदरा दुकानें भी बड़ी संख्या में हैं।